EaseMyTrip और Ixigo का बड़ा कदम: पाकिस्तान समर्थक देशों के लिए बुकिंग बंद
#NationFirstBusinessLater ट्रेंड के पीछे देशभक्ति बनाम व्यापार बहस


bhanu@chugal.com
विवाद की जड़: आतंकवादी हमला और कॉर्पोरेट की प्रतिक्रिया
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिसके जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इसके तुरंत बाद तुर्की और अज़रबैजान द्वारा पाकिस्तान का समर्थन सामने आया, जिससे भारतीय जनता में रोष फैल गया। इसी के तहत 9 मई को EaseMyTrip ने एक एडवाइजरी जारी की: "तुर्की और अज़रबैजान ने पाकिस्तान का समर्थन किया है, इसलिए कृपया केवल आवश्यक हो तभी यात्रा करें।
Ixigo ने इससे एक कदम आगे बढ़कर चीन के लिए भी सभी बुकिंग बंद कर दी। CEO आलोक बजाज ने बयान दिया, "अब बहुत हो गया! खून और बुकिंग एक साथ नहीं बह सकते।
X (ट्विटर) पर जनता की प्रतिक्रिया
#NationFirstBusinessLater हैशटैग पर प्रतिक्रियाएं तेज़ी से वायरल हो रही हैं:
- @Brsharma_In ने लिखा, "EaseMyTrip का ये कदम तारीफ के काबिल है—मुनाफ़े से पहले देश!"
- @sumit45678901 ने आह्वान किया: "अब तुर्की और अज़रबैजान को अलविदा कहें। भारतीय प्लेटफॉर्म को सपोर्ट करें।"
- @Vinesh123_ ने कहा, "EaseMyTrip जैसे देशी प्लेटफॉर्म को चीनी फंडेड ऐप्स से बेहतर समझें।"
- वहीं @SSsagarHyd जैसे कुछ लोगों ने इसे 'ड्रामा' कहा और हैदराबाद की कराची बेकरी में हुई तोड़फोड़ का हवाला दिया।
इसका व्यापक प्रभाव
- 2024 में EaseMyTrip ने मालदीव की बुकिंग रोकी थी, अब तुर्की और अज़रबैजान की बारी है।
- भारत से 2024 में तुर्की जाने वाले यात्रियों की संख्या: 2.87 लाख
- अज़रबैजान जाने वाले: 2.43 लाख
ये कदम इन देशों की टूरिज्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका दे सकते हैं। दूसरी ओर, भारत के विदेश नीति के रुख पर भी सवाल उठ रहे हैं—क्या केवल सोशल मीडिया दबाव में ये निर्णय लिए जा रहे हैं?
- क्या ऐसे कदम देशहित में हैं या व्यापारिक हानि?
- क्या यह असली देशभक्ति है या भावनात्मक मार्केटिंग?
- क्या इससे भारत की विदेश नीति और मज़बूत बनेगी या कमजोर?
जवाब समय देगा।