7 महीने की ऊँचाई पर Sensex, 13 लाख करोड़ की दौलत जुड़ी

भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम से Sensex ने रचा इतिहास, निवेशक गदगद

Published · By Tarun · Category: Business & Economy
7 महीने की ऊँचाई पर Sensex, 13 लाख करोड़ की दौलत जुड़ी
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Sensex में ऐतिहासिक तेजी: जानिए क्यों ट्रेंड कर रहा है 'Sensex'

मई 2025 में 'Sensex' सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जमकर ट्रेंड कर रहा है, और इसकी बड़ी वजह है भारतीय शेयर बाजार में अचानक आई जबरदस्त तेजी। 12 मई 2025 को Sensex ने 2,975 अंकों की ऐतिहासिक छलांग लगाई और 82,430 के स्तर पर बंद हुआ—यह न केवल इस साल का सबसे ऊँचा स्तर है, बल्कि पिछले 7 महीनों में भी सबसे मजबूत क्लोजिंग रही।

क्या थे तेजी के कारण?

1. भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम

9 मई को सीमा पर बढ़े तनाव और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद बाजार में भारी गिरावट आई थी। लेकिन 12 मई को दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम की घोषणा होते ही निवेशकों का भरोसा लौटा और बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी गई। इससे Sensex में 3.74% की उछाल आई।

2. क्षेत्रीय बाजारों की सकारात्मक प्रतिक्रिया

पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में भी उस दिन 9% की जोरदार तेजी देखी गई, जिससे पूरे दक्षिण एशिया के निवेशकों में उम्मीद जगी। X पर इस तुलना को लेकर कई चर्चाएं और मीम्स वायरल हुए।

3. सेक्टोरल बढ़त

Nifty Realty इंडेक्स में करीब 5% की तेजी रही, जिसमें Mahindra Lifespace जैसी कंपनियां अव्वल रहीं। बैंकिंग और ऑटो सेक्टर ने भी बाजार को मजबूती दी, जबकि फार्मा सेक्टर थोड़ी कमजोरी के बाद रिकवर हुआ।

4. विदेशी निवेश और नतीजे

मई में अब तक ₹14,167 करोड़ के विदेशी निवेश आए हैं। वहीं Tata Steel, UPL और Bajaj Electricals जैसे दिग्गजों के अच्छे तिमाही नतीजों ने भी बाजार को सहारा दिया।

5. सोशल मीडिया की भूमिका

@CNBCTV18News और @FinancialXpress जैसे अकाउंट्स ने Sensex की लाइव अपडेट्स दीं, जिन्हें हजारों लोगों ने शेयर किया। साथ ही, मीम्स और एनालिटिकल पोस्ट्स ने भी 'Sensex' को ट्रेंडिंग बनाए रखा।

अर्थव्यवस्था और भविष्य की चाल

विश्लेषकों का मानना है कि अगर कोई नया भू-राजनीतिक संकट नहीं आता, तो Sensex आने वाले समय में और ऊपर जा सकता है। Morgan Stanley ने भी 2025 के लिए Sensex में 17% की ग्रोथ का अनुमान जताया है।

निष्कर्ष

Sensex की ये रैली कई कारकों का नतीजा थी—संघर्ष विराम, सेक्टोरल तेजी, विदेशी निवेश और सोशल मीडिया की भूमिका। X पर इसकी चर्चा सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रही, बल्कि आम निवेशकों की भावनाओं, उत्साह और चिंता का भी प्रतिबिंब बनी। आने वाले समय में यह ट्रेंड और भी तेज हो सकता है।