लोकसभा स्पीकर और शिवलिंग की तुलना पर बवाल!
आरफ़ा खानम के मीम से मचा बवाल, गिरफ़्तारी की मांग तेज़!


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आरफ़ा खानम का ट्वीट और सोशल मीडिया पर 'महायुद्ध'
#ArrestAarfaKhanam — यही ट्रेंड X (पूर्व ट्विटर) पर छाया हुआ है, और वजह है पत्रकार आरफ़ा खानम शेरवानी का एक विवादित पोस्ट।
🚩 विवाद की जड़:
आरफ़ा ने एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला एक कूड़ेदान उठाए दिख रहे हैं। इस फोटो की तुलना उन्होंने 'बाहुबली' के एक सीन से की, जिसमें शिवलिंग उठाया गया था।
हिंदू संगठनों ने इसे 'भगवान शिव का अपमान' बताया।
❗ साइबर सेल दिल्ली में अमिता सचदेवा की ओर से शिकायत दर्ज — “धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।”
🧠 पोस्ट के पीछे की राजनीति:
आरफ़ा को पहले भी सीएए विरोधी प्रदर्शनों में देखा गया है। हाल ही में उन्होंने भारत-पाक शांति की अपील की, जिसके बाद उन्हें ट्रोल और डॉक्स किया गया।
इंटरनेट पर दो धड़े:
- एक पक्ष: “भगवान का अपमान बर्दाश्त नहीं! गिरफ़्तारी हो!”
- दूसरा पक्ष: “ये अभिव्यक्ति की आज़ादी है, पत्रकारों को चुप कराने की कोशिश हो रही है।”
📢 "6 महीनों में चौथी बार पत्रकारों पर हमले की कोशिश, कब रुकेगा ये सिलसिला?" — मीडिया वॉचडॉग
📊 सोशल मीडिया आंकड़े:
- 24 घंटों में #ArrestAarfaKhanam पर 78,000+ ट्वीट्स
- वायरल मीम्स की भरमार — “Dustbin-Baahubali” वाले पोस्ट सबसे ज़्यादा शेयर
- ट्रेंडिंग लोकेशन: दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र
आगे क्या?
- दिल्ली पुलिस ने शिकायत की समीक्षा शुरू कर दी है
- अगर FIR होती है, तो हो सकती है कानूनी कार्रवाई
असली सवाल:
क्या ये मामला धार्मिक भावनाओं की सुरक्षा का है या पत्रकारों की आवाज़ दबाने की कोशिश?
🔴 "एक पोस्ट से देश भर में बवाल, सोचिए सोशल मीडिया की ताकत क्या है!"
📣 जनता क्या कह रही है?
🗨️ "अगर ये अपमान है, तो हर मीम क्राइम होगा।"
🗨️ "भगवान शिव के नाम पर राजनीति बंद करो।"
🗨️ "पत्रकार हो या आम नागरिक, धार्मिक भावना की इज्ज़त होनी चाहिए।"
निष्कर्ष:
आरफ़ा खानम का यह विवाद केवल एक पोस्ट से कहीं ज्यादा है। यह देश के सामाजिक तनाव, मीडिया की आज़ादी, और धार्मिक भावनाओं की सीमाओं की कहानी है।
यह ट्रेंड आने वाले समय में भी राजनीतिक और सोशल मीडिया जगत में तूफान लाता रहेगा।