Tatkal टिकट के खेल का पर्दाफाश! IRCTC ने 2.5 करोड़ IDs की बंद!
Tatkal टिकट बुकिंग में आए बड़े बदलाव, जानिए नई नियम और जनता की प्रतिक्रिया


tarun@chugal.com
भारतीय रेलवे की Tatkal टिकट बुकिंग प्रणाली फिर से चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह है एक बड़ा बदलाव — अब Tatkal टिकट के लिए e-Aadhaar से सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है।
इस कदम का ऐलान 4 जून 2025 को रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया, जिसका मकसद टिकटिंग सिस्टम में हो रहे धोखाधड़ी पर रोक लगाना है। इसके तहत केवल Aadhaar-verified IRCTC यूज़र ही Tatkal टिकट बुक कर सकेंगे। शुरुआती 10 मिनट तक केवल वे ही टिकट बुक कर पाएंगे, जबकि एजेंट्स को उस दौरान एक्सेस नहीं मिलेगा।
जनवरी से मई 2025 तक IRCTC ने 2.5 करोड़ फर्जी यूज़र IDs बंद की हैं और 2.9 लाख संदिग्ध PNR की पहचान की है। इतना ही नहीं, 6800 से अधिक डिस्पोजेबल ईमेल डोमेन्स को भी ब्लॉक किया गया है, जो अधिकतर एजेंट्स और बॉट्स द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे थे।
X (पूर्व ट्विटर) पर इस बदलाव को लेकर लोगों की राय बंटी हुई है। कुछ यूज़र इसे सही दिशा में उठाया कदम बता रहे हैं, वहीं कुछ का कहना है कि इससे आम यात्रियों के लिए बुकिंग और मुश्किल हो जाएगी।
@devuuux13 लिखते हैं, “Tatkal टिकट बुकिंग अब असंभव हो गई है। एजेंट्स ने पूरा सिस्टम कब्जा लिया है।” वहीं @kailashganesh की चिंता है कि “नई प्रक्रिया जटिल है और आम जनता को और परेशान करेगी।”
एक्स पर कई लोग Tatkal को ‘स्कैम’ कह रहे हैं, क्योंकि वेबसाइट बुकिंग खुलते ही क्रैश हो जाती है और कुछ ही सेकंड में सारे टिकट वेटिंग में चले जाते हैं।
टेक्नोलॉजी का सहारा लेते हुए IRCTC ने बॉट्स से लड़ने के लिए नए सुरक्षा उपाय लागू किए हैं, जिनमें कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क और एंटी-बॉट टेक्नोलॉजी शामिल हैं। लेकिन इनकी प्रभावशीलता पर अभी बहस जारी है।
कुल मिलाकर, Tatkal टिकट बुकिंग में बदलाव जनता की सुविधा और पारदर्शिता बढ़ाने की कोशिश है, लेकिन यह तभी सफल होगा जब तकनीकी प्रणाली सुदृढ़ हो और आम यात्री को इसका लाभ वास्तविक रूप से मिले।
यह कहानी IRCTC की हालिया घोषणाओं, सोशल मीडिया पोस्ट्स और प्रमुख न्यूज़ स्रोतों से विश्लेषण पर आधारित है।